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एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करते हैं, ये वाली सेटिंग अभी बंद कर लीजिए, फायदे में रहेंगे

इनकी वजह से आपके साथ क्या-क्या हो रहा है आपको पता ही नहीं चल रहा.

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कुछ सेटिंग्स तो बेकार में ऑन रहती हैं (तस्वीर: पिक्सेल)

आपके स्मार्टफोन में अगर कुछ सेटिंग्स को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाए तो बहुत सारी मुश्किलों से बचा जा सकता है. मसलन पासवर्ड से लेकर निजी जानकारी शेयर होने से बच जाएगी तो ऐप्स आपकी लोकेशन का पता-ठिकाना नहीं ढूंढ पाएंगे. इतना ही नहीं इन सेटिंग्स को ऑफ करने से बैटरी भी बचेगी और हैकिंग से भी बचा जा सकेगा. इतना पढ़कर शायद आपको लगेगा कि सब कुछ बंद करवाने का इरादा है क्या? फोन में कुछ चलेगा भी या नहीं. यही तो कमाल है. आपका फोन चलेगा नहीं बल्कि दौड़ेगा. क्योंकि ये सेटिंग्स बस बेकार में ही चालू रहती हैं. तो आइए बताते हैं क्या-क्या बंद करना है.

वाईफाई और ब्लूटूथ स्कैन

वाईफाई और ब्लूटूथ के बिना आजकल काम बहुत मुश्किल से चलता है. आमतौर पर दोनों ही फीचर हमेशा ऑन रहते हैं. रहने दीजिए क्योंकि अब स्मार्टफोन वाकई इतने स्मार्ट हो चले हैं कि दोनों फीचर ऑन रहने पर भी मामूली बैटरी खाते हैं. वाईफाई और ब्लूटूथ ऑन रखिए लेकिन बैकग्राउन्ड में इनकी स्कैनिंग बंद कर दीजिए. थोड़ा और आसान करते हैं. स्कैनिंग फीचर इनेबल होने की वजह से आपका स्मार्टफोन जगह-जगह नए कनेक्शन सर्च करता है. कोई जरूरत ही नहीं इसकी. जब आपको जरूरत होगी तो आप खुद सर्च कर लेंगे. ये सर्चिंग एक तो बैटरी खाती है दूसरा अनजाने में हैकर्स को हैलो अलग बोलती है. लोकेशन सेटिंग में जाकर ऑटो स्कैन ऑफ कर दीजिए.

लोकेशन शेयर करो घर का पता नहीं

पहली बात, स्मार्टफोन में मौजूद हर ऐप को आपकी लोकेशन की कोई जरूरत नहीं है. ज्यादातर ऐप्स सिर्फ डेटा कलेक्ट करने और विज्ञापन दिखाने के लिए आपकी लोकेशन को ट्रैक करते हैं. उदाहरण के लिए मोबाइल कंपनियों और बैंकिंग से जुड़े ऐप्स. मौसम का हाल बताने वाले ऐप्स तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. बैंक से जुड़े ऐप को आपकी घर की लोकेशन का क्या करना है भला. ऐसे ही मौसम बताने वाला ऐप आपके घर और ऑफिस में बारिश करवाने वाली नहीं हैं. ऐसे ऐप्स को लोकेशन एक्सेस देना बंद कीजिए. अगर लोकेशन देना भी है तो Precise लोकेशन का ऑप्शन ऑफ कर ही दीजिए. सेटिंग्स में आपको ये ऑप्शन इसी नाम से मिलेगा. इसके बाद ऐप्स को आपके शहर का पता जरूर होगा लेकिन घर का नहीं.

सेंसटिव नोटिफिकेशन पर सेंसर

स्मार्टफोन सिर्फ हैलो बोलने वाला डिवाइस तो रहा नहीं. सबकुछ इसी के सहारे होता है. पासवर्ड से लेकर ओटीपी तक इसी पर आती हैं. जरूरी मेल और SMS भी लॉक स्क्रीन पर नजर आते हैं. आपकी निजी जानकारी है तो इसका एक्सेस भी सिर्फ आपके पास होना चाहिए. ऐसे में सेंसटिव नोटिफिकेशन सेटिंग्स ऑफ रखने में भलाई है. स्मार्टफोन में फीचर इनेबल होता है जिसे आपको ऑफ करना है.

गूगल लोकेशन

गूगल आपकी लोकेशन ट्रैक करता है ये कोई छिपी हुई बात नहीं. इस डेटा का इस्तेमाल आपको ऐड दिखाने से लेकर दूसरी तमाम एक्टिविटी के लिए होता है. अच्छी बात ये है कि गूगल इस डेटा को डिलीट करने और लोकेशन ट्रेकिंग को ऑफ करने का विकल्प देता है. इसके लिए आपको गूगल सर्च में प्रोफ़िल आइकन पर क्लिक करना होगा.

# यहां डेटा एण्ड प्राइवेसी का ऑप्शन मिलेगा

# लोकेशन हिस्ट्री में कई ऑप्शन मिलेंगे. तीन महीने में ऑटो डिलीट करने से लेकर ऑफ करने तक 

हालांकि गूगल लोकेशन ट्रेकिंग से निपटने का ये कोई स्थायी इलाज नहीं हैं. क्योंकि कई और ऐप्स के जरिए ट्रेकिंग होती है. लेकिन अभी के लिए जो मिल रहा है. उतने से काम चला लेते हैं. 

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